Atal Tinkering Labs : छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग ने अटल इनोवेशन मिशन के अंतर्गत राज्य के 33 जिलों में कुल 368 अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) संचालित करने की घोषणा की है। इनमें से 278 लैब्स शासकीय विद्यालयों में और 90 लैब्स अशासकीय विद्यालयों में संचालित हो रहें हैं। इन लैब्स का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्र में सशक्त बनाना है।
परिचय “अटल टिंकरिंग लैब्स”
Atal Tinkering Labs : भारत में दस लाख बच्चों को नवीन आविष्कारक के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से, अटल इनोवेशन मिशन भारत भर के स्कूलों में अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएँ (ATL) स्थापित कर रहा है। इस योजना का उद्देश्य युवा दिमागों में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देना है; और डिज़ाइन मानसिकता, कम्प्यूटेशनल सोच, अनुकूली शिक्षण, भौतिक कंप्यूटिंग आदि जैसे कौशल विकसित करना है।
ATL एक ऐसा कार्यक्षेत्र है जहाँ युवा दिमाग अपने विचारों को स्वयं करने के तरीके से आकार दे सकते हैं; और नवाचार कौशल सीख सकते हैं। युवा बच्चों को STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) की अवधारणाओं को समझने के लिए उपकरणों और उपकरणों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। ATL में विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, रोबोटिक्स, ओपन-सोर्स माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड, सेंसर और 3D प्रिंटर और कंप्यूटर पर शैक्षिक और सीखने के लिए ‘स्वयं करें’ किट और उपकरण शामिल होंगे। अन्य वांछनीय सुविधाओं में मीटिंग रूम और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा शामिल हैं।
छात्रों में आविष्कारशीलता को बढ़ावा देने के लिए, एटीएल समय-समय पर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं, प्रदर्शनियों, समस्या समाधान पर कार्यशालाओं, उत्पादों की डिजाइनिंग और निर्माण, व्याख्यान श्रृंखला आदि जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर सकता है।
शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया “अटल टिंकरिंग लैब्स”
Atal Tinkering Labs : राज्य स्तर पर अटल टिंकरिंग लैब्स की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि कई विद्यालयों में आवश्यकताओं की पूर्ति में कमी है। इसके समाधान हेतु राज्य सरकार ने 03 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें ATL शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि संचालित लैब्स का फीडबैक प्राप्त कर अन्य विद्यालयों के विद्यार्थियों को भी इनका उपयोग करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। ATL संबंधित गतिविधियों को अन्य विद्यालयों के विद्यार्थियों हेतु विद्यालय प्रारंभ अथवा विद्यालय बंद होने के 02 घंटे पूर्व अथवा बाद की समयावधि में किया जायेगा। जिला एवं राज्य स्तर से ATLलैब का नियमित निरीक्षण किया जायेगा। समय-समय पर जिला स्तर पर आयोजित गतिविधियों में ATL लैब की गतिविधियों का प्रदर्शन किया जाये एवं गतिविधियों में संम्मिलिति विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को उनके कार्य के आधार पर पुरस्कृत किया जाये। जिले से पुरस्कृत विद्यार्थियों को राज्य स्तर पर होने वाले ATL मैराथन में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करें।
समस्त जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिलों में संचालित ATL के विद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक आयोजित कर फीडबैक प्राप्त करें। साथ ही, अन्य विद्यालयों के विद्यार्थियों को भी इन लैब्स का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें।
राज्य सरकार समय-समय पर जिला और राज्य स्तर पर आयोजित गतिविधियों में ATL (अटल टिंकरिंग लैब्स) की उपलब्धियों का प्रदर्शन करेगी। इससे विद्यार्थियों को नवाचार और रचनात्मकता के क्षेत्र में और अधिक प्रेरणा मिलेगी।
ATL संचालित विद्यालयों में गतिविधियों का संचालन माहवार किया जाएगा जो इस प्रकार होगा। हर महीने के 5 तारीख को माई एटीएल डैशबोर्ड का संचालन किया जाएगा। जून-जुलाई में एटीएल टिंकर फैस्ट 2024, 15 अगस्त को इंडिपेंडेंस डे टेक शोकेस, 5 सितम्बर को इनोवेटीव टीचिंग मैथर्ड वर्कशॉप, 1 सितम्बर को थीम बेस्ड हैकथॉन, 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर सोशल इनोवेशन चैलेंज, 14 नवम्बर चिल्ड्रन्स डे पर यंग इनोवेटर्स अवार्ड, नवम्बर और जनवरी में एटीएल मैराथन 2024-25, 1 दिसम्बर को एनुअल टीचिंगफेस्ट, 12 जुलाई युवा दिवस के अवसर पर हैकथॉन का आयोजन, 28 फरवरी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के दिन विज्ञान मेला और 15 मार्च को साल के अंत में इवोल्यूशन करके अवार्ड वितरित किया जाएगा।