राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में 75 चयनित शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान किये। इसमें 50 स्कूली शिक्षक, उच्च शिक्षा विभाग के 13 शिक्षक तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के 12 शिक्षक शामिल हैं। इस साल से उच्च शिक्षा विभाग तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के शिक्षकों को भी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के दायरे में लाया गया है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए बालिकाओं और महिला शिक्षकों को प्रोत्साहन देना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिक्षण क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को देखते हुए महिला शिक्षकों को मिलने वाले शिक्षक पुरस्कार की संख्या अधिक होनी चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल करना प्रत्येक बच्चे का मूलभूत अधिकार है और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में शिक्षकों की बडी भूमिका है। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि राष्ट्र निर्माता के रूप में शिक्षकों के महत्व को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्पष्ट रूप से बताया गया है। यह सभी शिक्षकों तथा अभिभावकों का कर्तव्य है कि वह प्रत्येक बच्चे की विशिष्ट क्षमताओं को पहचाने और इन्हें विकसित करने में बच्चे की मदद करें। राष्ट्रपति ने कहा कि सभी माता-पिता चाहते है कि उनके बच्चे पर विशेष ध्यान दिया जाये। वे बहुत विश्वास के साथ अपने बच्चों को शिक्षकों को सौंपते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक के लिए कक्षा में 40 से 50 बच्चों को प्यार बांटने का अवसर मिलना बहुत सौभाग्य की बात है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर मिलता है राष्ट्रीय पुरस्कार
प्रत्येक वर्ष 5 सितम्बर को डाक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य देश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और विद्यार्थियों के जीवन को समृद्ध करने के लिए शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करना है। पुरस्कार के रूप में शिक्षकों को प्रमाण पत्र, रजत पदक और 50 हजार रुपये नकद दिये जाते हैं।
प्रति वर्ष दिया जाता है राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
इस अवसर पर शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तथा शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, डॉक्टर सुभाष सरकार, डॉक्टर राजकुमार रंजन सिंह तथा कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर भी उपस्थित थे।