भारत और कनाडा दोनों ने राजनयिक को निष्काषित किया
कनाडा में भारत के राजनयिक को निष्काषित करने के बाद आज भारत ने भी जैसे को तैसा वाली कार्रवाई की है। विदेश मंत्रालय ने कनाडा के उच्चायुक्त को निष्काषित कर दिया है।खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संबंध के आरोप के बाद कनाडा द्वारा एक भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित करने के बाद, भारत ने भी मंगलवार को जैसे को तैसा की कार्रवाई की है।
उधर, विदेशी मीडिया में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की आलोचना हो रही है। कनाडा मूल के पत्रकार एंड्रयू मिट्रोविका ने ‘अल जजीरा’ में लिखे एक कॉलम में ट्रूडो के कामकाज की आलोचना की है और कहा है कि उनका टाइम अब पूरा हो चुका है और उन्हें अब कनाडा से अपने प्यार मोहब्बत को छोड़ देना चाहिए।
भारत सरकार ने भारत छोड़ने के लिए कहा
विदेश मंत्रालय ने आज कनाडाई उच्चायुक्त को तलब किया और भारत में स्थित कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के भारत के फैसले की जानकारी दी। साथ ही, विदेश मंत्रालय की तरफ से कड़े लहजे में राजनयिक को अगले पांच दिनों के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा है।
इस कदम के बाद द्विपक्षीय संबंधों में और गिरावट आने की संभावना है। वर्तमान समय में कनाडा की धरती से संचालित खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर भारत की चिंताओं पर कनाडाई पक्ष की प्रतिक्रिया से द्विपक्षीय संबंध ज्यादा अच्छे नहीं रहे हैं
विदेश मंत्री मेलानी जोली ने निष्कासन का ऐलान किया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जोली के कार्यालय ने बाद में अधिकारी की पहचान कनाडा में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के प्रमुख पवन कुमार राय के रूप में की। कनाडा की संसद में ट्रूडो के खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले पर बोलने के बाद विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारतीय राजनयिक को निष्कासित करने का ऐलान किया।
अमेरिका और आस्ट्रेलिया ने प्रतिक्रिया
भारत के खिलाफ कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के आरोप पर अब अमेरिका और आस्ट्रेलिया ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बयान जारी कर कहा हमने भारत को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। ऑस्ट्रेलिया में बड़ी मात्रा में भारतीय समुदाय के लोग बसे हुए हैं। साथ ही, ऑस्ट्रेलिया में भी खालिस्तान समर्थकों द्वारा कई रैलियां देखी गई हैं। कनाडा की विदेश मंत्री जोली ने कहा कि वह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर इस मामले को जी-7 के नेताओं के सामने भी उठाएंगे।
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