एग्जिट पोल,ओपिनियन पोल और वास्तविक पोल
विधानसभा चुनाव 2023 एग्जिट पोल ,ओपिनियन पोल की तमाम बातों को गलत साबित करता हुआ, रिजल्ट आप सबके सामने 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे के रूप में। जब तक आम मतदाता के द्वारा किए गए मतदान का रिजल्ट नहीं आता, तब तक इन सभी राज्यों के आम लोगों को एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल पर भरमाए ( व्यस्त) रखने का एक बहुत ही बेहूदा व्यावसायिक उपक्रम होता है।
सभी राजनीतिक दलों को एक मत होकर, संसद में कानून पास करके, इस प्रकार की नौटंकी को बंद करवा देना चाहिए।
विधानसभा चुनाव 2023, वास्तविक नतीजे
भ्रामक व्यापार का तरीका है
एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल आदि अन्य पोल को इसलिए बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह सिर्फ एक भ्रामक व्यापार का तरीका है। छत्तीसगढ़ और देश में जितने भी मेरे जानने वाले हैं, उन लोगों में से किसी ने भी आज तक कभी नहीं कहा कि उनसे कोई सवाल किया गया है। दूसरा एक महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि इस तरह की ओपिनियन एग्जिट पोल के कारण भारतीय जनमानस जो कि पहले से ही भ्रमित और दिशाहीन विचारों के तरफ जल्दी से आकर्षित हो जाता है इस तरह के भ्रामक नौटंकियों में बहुत जल्दी अपना मन लगा लेता है और राष्ट्र का इसे नुकसान यह होता है, कि क्रिएटिव सोच और क्रिएटिव वर्क के स्थान पर ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल अपना स्थान बना लेते हैं।
या तो कानूनी रूप दे देना चाहिए
भारत सरकार को यह भी चाहिए कि अगर ओपिनियन पोल या एग्जिट पोल करने वाले किसी प्रकार का ठोस दवा करें, इस स्थिति में इस प्रकार के कार्यक्रमों की अनुमति देनी चाहिए। अगर एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल गलत निकलते हैं, तो उसे दशा में भारत सरकार के द्वारा इस तरह के किए गए पोल के खिलाफ जुर्माना भी लगाना चाहिए,इस प्रकार की नौटंकी से देश का बड़ा वर्ग प्रभावित होता है। और देश की प्रोडक्टिविटी खत्म होती है।
संपूर्ण विवरण लेना चाहिए
- इस तरह की नौटंकी करने वालों से स्पष्ट रूप से पोल में शामिल व्यक्तियों का संपूर्ण विवरण लेना चाहिए।
- पोल में शामिल होने के लिए लोगों को आमंत्रित करना चाहिए, और उनके विचार को स्पष्ट रूप से उनके परिचय के साथ प्रकाशित करना चाहिए।
- इस तरह के कार्यक्रम से पोल में हिस्सा लेने वाले व्यक्तियों की आर्थिक उन्नति सुनिश्चित हो पाएगी।
- पोल में हिस्सा लेने वाले व्यक्तियों को पूरा देश जान पाएगा।
- जिससे कि देश की अन्य नीति निर्माण के समय इस तरह के व्यक्तियों का उपयोग किया जा सके।
- ओपिनियन पोल में भाग लेने के लिए भविष्य में यूनिवर्सिटी में कोर्स चलाए जा सकते हैं, जिससे कि इस तरह के पोल में किस-किस प्रकार की योग्यता की आवश्यकता होती है ।
- उसकी पूरी पढ़ाई कराई जाए।
- भारत सरकार को ओपिनियन पोल, एग्जिट पोल आदि पोलो पर अपना मत देने और पूर्व अनुमान लगाने संबंधी विशेष स्नातक से लेकर पीएचडी तक का कोर्स चलना चाहिए।