छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल राज्य स्तरीय बुनकर सम्मेलन में शामिल हुए
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित सरदार बलबीर सिंह जुनेजा स्टेडियम में छत्तीसगढ़ बुनकर शिल्पी संघ द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय बुनकर सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान बुनकरों के हित में आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्कूलों में गणवेश आपूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा संघ को प्रदान करने की घोषणा भी की।
यह समाज धागा कातने और कपड़ा बुनने के काम को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ा रहा है। पुरखों ने हमें जो हुनर सिखाया है, उसे हम भूले नहीं है। आज मशीनी उत्पादों से लोगों का मोह भंग हो रहा है। हाथों से बने, शुद्ध और भरोसे के उत्पादों की तरफ लोग लौट रहे हैं। कृत्रिम की जगह प्राकृतिक चीजों की मांग बढ़ रही है। यह हमारे परंपरागत उद्यमियों के लिए एक अच्छा अवसर है, इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए।
’भरोसे का सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि के रूप श्री मल्लिकार्जुन खड़गे
छत्तीसगढ़ में बीते पांच सालों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। नीति आयोग की रिपोर्ट देखें तो बीते पांच सालों में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गये हैं।
हमारी सरकार ने जनता से जो भी वायदे किये, उन्हें सरकार ने पूरा किया। यह बात राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनांदगांव के ग्राम ठेकवा में आयोजित ’भरोसे का सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि के रूप में कही।
सम्मेलन की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की। इस दौरान 355 करोड़ 23 लाख रुपए के 1867 विकास कार्यों के लोकार्पण भूमिपूजन की सौगात राजनांदगांव के निवासियों को दी। साथ ही 3 करोड़ 25 लाख की सामग्री भी वितरित की गई।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय वेबीनार में सामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि साक्षरता से शिक्षा और शिक्षा से विकास का सीधा संबंध है आज का दिन देश में साक्षरता के वर्तमान सोपान पर गर्व करने का दिन है।
लगभग एक चौथाई आबादी को साक्षर बनाने के बारे में चिंतन और प्रण करने का दिन है। इसके लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की बड़ी आवश्यकता है। व्यापक जनभागीदारी से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।