आजादी में लोधी समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज अपने मुंगेली प्रवास के दौरान नगर पंचायत पथरिया में छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री श्री साय का समाज के पदाधिकारियों द्वारा पगड़ी एवं गजमाला पहनाकर तथा समाज का प्रतीक चिन्ह भेंटकर आत्मीय स्वागत किया गया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम भी मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज मकर संक्रांति का पावन दिन है। इस अवसर पर उन्होंने सभी लोगों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश के इतिहास में लोधी समाज का गौरवशाली योगदान रहा है। इस समाज ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और आज भी यह समाज अपनी कर्मठता, अखण्डता एवं एकता के कारण आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में पूरी तत्परता से कार्य कर रही है, चुनाव के पहले हमने जो 18 लाख गरीबों को आवास देने का वादा किया था जिसे हमारी सरकार बनते ही पूरा किए और हम श्री नरेन्द्र मोदी जी के सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हमने अपना वादा निभाते हुए सुशासन दिवस पर 02 साल के लंबित धान का बोनस का भुगतान किया और ऐसे तमाम कार्य जिसका हमने वादा किया था उसे पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री साव ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली लोधी समाज की रानी अवंती बाई लोधी को नमन करते हुए कहा कि इतिहास से प्रेरणा लेते हुए यह समाज जागरूक होकर मुख्य धारा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। शिक्षा, रोजगार, राजनीति सहित सभी क्षेत्रों में यह समाज अग्रसर हो रहा है। उन्होंने समाज के लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कन्या विवाह योजना में 400 जोड़े दाम्पत्य सूत्र में बंधे
तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री साय ने दिया वर वधू को आशीर्वाद नवदंपतियों को घरेलू सामग्री के साथ मिले अनेक उपहार
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में आयोजित किये जा रहे तातापानी महोत्सव परिसर में 400 नव युगल मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत परिणय सूत्र में बंधे। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री श्री साय का स्वागत पगड़ी पहनाकर किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के द्वारा नवदम्पतियों को जीवन में नए पड़ाव के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सामरी विधायक श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शकुंतला पोर्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री निशा नेताम सहित अन्य जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत 400 जोड़े ने रीति रिवाज से विवाह किए। इसमें 19 जोड़े का विवाह ईसाई रीति से कराया गया। 01 मुस्लिम रीति एवं शेष जोड़ियों का विवाह हिंदू रीति रिवाज से सम्पन्न किया गया। इन जोड़ियों में 07 जोड़ियो विशेष पिछड़ी जनजाति (पहाड़ी कोरवा) के साथ 03 दिव्यांग जोड़ी भी शामिल हैं इनका हिंदू रीति रिवाज से विवाह कराया गया।
इस अवसर पर विवाहित जोड़ों को मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा नव विवाहित जोड़ों को घरेलू सामग्री, प्रति जोड़ा 21-21 हजार का डेमो चेक प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने पहाड़ी कोरवा समुदाय के जोड़े रंजीता और दिनेश्वर, शांति और लाबूड़, लक्ष्मी और बसंत, रजनी और सोहन, सुभंति और छोटन राम से मिलकर उन्हें आशीर्वाद दिया।
तपेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में तातापानी स्थित तपेश्वर महादेव मंदिर में पूजा- अर्चना कर प्रदेशवासियों की समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। श्री साय आज संक्रांति परब तातापानी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर तातापानी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने तपेश्वर महादेव पर जल का अर्घ्य देकर तपेश्वर महादेव के विशाल प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
पतंगबाजी का लिया आनन्द
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दौरान स्वामी आत्मानन्द एवं जवाहर नवोदय स्कूल के बच्चों के साथ चकरी एवं मांझा थाम कर पतंगबाजी का आनन्द लिया।
तिलकुट और लड्डू का उठाया लुत्फ
मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगण में चारपाई पर बैठकर तिलकुट और तिल के लड्डू का लुत्फ उठाया। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान के साथ तिलकुट व तिल के लड्डू को खाया जाता है।
‘पतंग उत्सव‘ का किया शुभारंभ
प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति, पोंगल, गुड़ीपड़वा और लोहड़ी की दी शुभकामनाएं
नागरिकों से धर्म स्थलों और आस्था केन्द्रों की साफ-सफाई का किया आह्वान
विभिन्न समाजों द्वारा सामाजिक समागम के रूप में पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित किया गया पतंग उत्सव