मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बीजापुर पहुंचे
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पुलिस ग्राउंड हेलीपेड, बीजापुर पहुंचे। यहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों द्वारा उनका आत्मीय स्वागत किया गया। इस मौके पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा भी उपस्थित हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया।
?ref_src=twsrc%5Etfw">September 18, 2023?ref_src=twsrc%5Etfw">September 18, 2023मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने ईटपाल स्थित बीजापुर गारमेंट फैक्ट्री का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने गारमेंट फैक्ट्री में कपड़ा निर्माण के कार्यों का निरीक्षण किया और यहां कार्यरत महिलाओं से बात की।
श्री बघेल ने फैक्ट्री से हरी झंडी दिखाकर बाजार के लिए तैयार उत्पादों की… pic.twitter.com/f7PKPIuozp— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO)
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने ईटपाल स्थित बीजापुर गारमेंट फैक्ट्री का लोकार्पण किया।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO)
इस अवसर पर उन्होंने गारमेंट फैक्ट्री में कपड़ा निर्माण के कार्यों का निरीक्षण किया और यहां कार्यरत महिलाओं से बात की।
श्री बघेल ने फैक्ट्री से हरी झंडी दिखाकर बाजार के लिए तैयार उत्पादों की… pic.twitter.com/f7PKPIuozpमुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने ईटपाल स्थित बीजापुर गारमेंट फैक्ट्री का लोकार्पण किया।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) September 18, 2023
इस अवसर पर उन्होंने गारमेंट फैक्ट्री में कपड़ा निर्माण के कार्यों का निरीक्षण किया और यहां कार्यरत महिलाओं से बात की।
श्री बघेल ने फैक्ट्री से हरी झंडी दिखाकर बाजार के लिए तैयार उत्पादों की… pic.twitter.com/f7PKPIuozp
श्री भूपेश बघेल ने गारमेंट फैक्ट्री का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने ईटपाल स्थित बीजापुर गारमेंट फैक्ट्री का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने गारमेंट फैक्ट्री में कपड़ा निर्माण के कार्यों का निरीक्षण किया और यहां कार्यरत महिलाओं से बात की।
श्री बघेल ने फैक्ट्री से हरी झंडी दिखाकर बाजार के लिए तैयार उत्पादों की… pic.twitter.com/f7PKPIuozp
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने ईटपाल स्थित बीजापुर गारमेंट फैक्ट्री का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने गारमेंट फैक्ट्री में कपड़ा निर्माण के कार्यों का निरीक्षण किया और यहां कार्यरत महिलाओं से बात की।
श्री बघेल ने फैक्ट्री से हरी झंडी दिखाकर बाजार के लिए तैयार उत्पादों की… pic.twitter.com/f7PKPIuozp
जिन स्कूलों से गोलियों की आवाज आती थीं, वहाँ अब बच्चे गा रहे पोयम
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजापुर जिले में बंद पड़े 200 स्कूल पुनः आरंभ हो चुके हैं। बीजापुर जिले में 14 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गये हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का संबोधन
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि बीजापुर अब कितना बदल गया है। 5 साल पहले जब यहां मुझे बुलाया जाता था तो सड़क मार्ग से आते थे, कार्यक्रम में भाषण देते हुए धीरे से कोई कहता था भैया ! जल्दी खत्म करो वापस जाना है। लेकिन आज बीजापुर में सभी सुरक्षित महसूस करते हैं। बीजापुर के लोगों में विश्वास बढ़ा है। बड़ी संख्या में कैंप खुले हैं जो इससे पहले कभी नहीं खुले थे। इतनी सड़कें बनी हैं जो पहले कभी नहीं बने थे।
बहुत सारे मोटरसाइकिल खरीदे गए, जो पहले नहीं थे। 1000 से अधिक ट्रैक्टर खरीदे गए हैं, जो पहले नहीं थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब मैं भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आया था, यहां के लोग दो ही चीज मांगते थे। या तो हमारे यहां धान खरीदी केंद्र, बैंक खोल दो और दूसरा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोल दो। मुझसे धान खरीदी केंद्रों की माँग की जाती है क्योंकि पहले की तुलना में दो से ढाई गुना ज्यादा धान का उत्पादन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यहां साइकिल का शोरूम भी दुर्लभ था, वहां आज आठ-आठ ट्रैक्टर के शोरूम हैं। मोटरसाइकिल के शोरूम खुल रहे हैं, क्योंकि आज बिक्री हो रही है। हर पंचायत में आज ट्रैक्टर हैं। बहुत बड़ी बात है। 5 साल में यहां सरकार ने जो परिवर्तन लाया है वह बहुत बड़ी बात है। पहले ढाई हजार में तेंदूपत्ता बेचते थे आज 4000 में बेच रहे हैं, महुआ, कोदो-कुटकी रागी आज बेचा जा रहा है।
पहले कपड़े बाहर से आते थे
इन पांच वर्षों में यहां कपड़े बनने लगे, प्रोसेसिग यूनिट्स लगे। लोगों की आय में वृद्धि हुई है। हमने पेसा कानून लागू किया। इस प्रकार से दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा हम लोग उपलब्ध करा रहे हैं। हास्टल के बच्चों की आदान राशि में हमने वृद्धि की। ओल्ड पेंशन लागू किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि की। सभी वर्गों के लिए हमने काम किया है। बस्तर विकास की ओर चल पड़ा है। आदिवासियों की जमीन आपसे छीनी गई थी। इसे वापस किया गया है।