जनदर्शन से लोगो में उम्मीद और उत्साह दोनों

हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत लोगों को तिरंगा का किया गया वितरण

 ‘‘हर घर तिरंगा’’ अभियान से नई पीढ़ी के साथ-साथ सभी लोगों में राष्ट्रीय भावना जगेगी और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति गौरव और सम्मान भी बढ़ेगा। स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान राज्य से लेकर जिला स्तर पर तिरंगा यात्राएं, तिरंगा रैलियां, तिरंगा दौड़ और मैराथन जैसे अनेक देश-भक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। तिरंगा अभियान में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के दौरान तिरंगा प्रतिज्ञा ली जाएगी। इन कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोग को तिरंगा के साथ सेल्फी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिवारों को स्थानीय कार्यक्रमों में आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

इसके साथ तिरंगा के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए स्थानीय स्तर पर बाइक, सायकल और कार रैलियां आदि निकाली जाएगी। जिसमें युवा स्वयं सेवकों, विभिन्न संगठनों और विभिन्न राज्यों की प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी होगी। सभी उम्र के लोग इसमें शामिल होकर राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान प्रकट करेंगे।

तिरंगा यात्रा कार्यक्रम में खेल और फिटनेस से जुड़े लोगों को भागीदारी करने और ब्लॉग बनाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। संस्कृति मंत्रालय द्वारा ब्लॉगर और इंफ्लुएंसर के परिचय के लिए यू-ट्यूब क्रिएटर प्रोग्राम साझा करेगा। इस दौरान देश भक्ति संगीत के साथ सार्वजनिक स्तर पर तिरंगा कॉन्सटर््स आयोजित किए जाएंगे। कॉन्सर्ट्स में तिरंगा एन्थम की प्र्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम स्थलों पर तिरंगा कैनवास स्थापित किए जाएंगे। जहां लोग किसी भी भारतीय भाषा में ‘‘हर घर तिरंगा’’ और ‘‘जय हिन्द’’ लिख सकेंगे। प्रत्येक कैनवास का डिजाईन राष्ट्रीय ध्वज के समान 3: 2 में होगा। आयोजन स्थल पर तिरंगा झंडे, वस्त्र, खाद्य पदार्थ के विक्रय के लिए स्टॉल भी लगाए जाएंगे।

तिरंगा यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों को ध्वज फहराने और तिरंगा के साथ सेल्फी लेने और हर घर तिरंगा वेबसाईट पर अपलोड किया जा सकेगा। प्रमाण पत्रों को सोशल मीडिया पर #HarGharTiranga और  #HGT2024   के साथ साझा किया जाएगा। तिरंगा यात्रा से संबंधित तिरंगा प्रतिज्ञा, तिरंगा एंथम सहित विभिनन जानकारियां ‘‘हर घर तिरंगा’’ बेवसाईट पर उपलब्ध हैं।

मुख्यमंत्री जनदर्शन में आए लोगों को मिल रही है योजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री जनदर्शन में आज जनसंपर्क विभाग के द्वारा प्रकाशित की जाने वाली ’जनमन’ पुस्तिका का वितरण लोगों को किया गया। यह पुस्तिका राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, नीतियों और उपलब्धियों की जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार की गई है। जनमन पुस्तिका के वितरण का उद्देश्य प्रदेश के नागरिकों को सरकार की योजनाओं की जानकारी से अवगत कराना है जिससे अधिक से अधिक लोग इसे पढ़कर योजनाओं का लाभ उठा सकें।

जनदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे, जहां उन्हें इस पुस्तिका की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक है। यह पुस्तिका आम नागरिकों को सरकार के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। राज्य सरकार हमेशा से ही जनता के हितों के प्रति प्रतिबद्ध रही है और इस प्रकार की पुस्तिका से लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है।

दिव्यांग कोमल को बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राई साइकिल प्रदान किया

 दिव्यांग कोमल लहरे एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिनकी जीवनयापन का साधन गाँव के ही बाज़ार में आलू-प्याज बेचकर चलता था। लेकिन उनका जीवन हमेशा से इतना सरल नहीं था। कोमल 80 प्रतिशत दिव्यांगता के साथ जन्मे थे, और उनका हर दिन जीवन की चुनौतियों से लड़ते हुए गुजरता था। उनके परिवार में उनकी पत्नी भी दिव्यांग हैं और उनके दो मासूम बच्चे, जिनकी आँखों में सपने और दिल में उम्मीदों का बसेरा है।

इस मार्मिक संघर्ष की कहानी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सामने मुख्यमंत्री जनदर्शन के दौरान आई। जनदर्शन कार्यक्रम में दिव्यांग कोमल की यह दास्तान सुनते ही मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राई साइकिल प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री साय के हाथों मिली इस ट्राई साइकिल ने कोमल के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। अब वे अपने व्यवसाय को और भी बेहतर तरीके से कर सकेंगे और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकेंगे।

दिव्यांग रूपेश को मिली पचास हजार रुपए की सहायता राशि

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने निवास परिसर में आयोजित जनदर्शन में आए दिव्यांग श्री रूपेश कुमार साहू को शिक्षण, प्रशिक्षण और व्यवसाय के लिए 50 हज़ार रूपए आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की। इस घोषणा से रूपेश की खुशी का ठिकाना नही रहा। उन्होंने कहा कि जीवन में आने वाले संघर्षाे को हँसते हुए सामना करना अब उनकी दिनचर्या में शामिल है। भानसोज निवासी दिव्यांग रूपेश कुमार साहू कठिनाईयों का हँसते हुए सामना कर अपने दो भाइयों के साथ-साथ अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत करने में भूमिका निभा रहे हैं। ऑटोपार्ट्स दुकान का संचालन कर एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने में लगे हुए हैं।

दिव्यांग रूपेश साहू भूमिहीन परिवार से है। उनके पिता श्री पुष्कर साहू मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण किया। वर्ष 2018 में रूपेश की मां की मृत्यु होने पर बच्चों के पालन पोषण में की जिम्मेदारी पिता पर आ गई। रूपेश दिव्यांग होने के कारण उनके पालन पोषण में परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिव्यांग रूपेश पढ़ाई में बेहतर था, उन्होंने  बी. ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की। अपनी दिव्यांगता को कमजोरी न मानकर उसने अपने हौसलें को कभी टूटने नहीं दिया। उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने का हर संभव प्रयास किया। वर्तमान में वे ग्राम कोसरंगी में अपने दो भाइयों के साथ ऑटोपार्ट्स दुकान का संचालन कर रहे हैं।

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