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किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना-KVPY (फेलोशिप)

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना का परिचय

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (या KVPY) एक ऐसी महत्वपूर्ण पहल है जो युवा वैज्ञानिकों को उनके वैज्ञानिक अद्यतन और अनुसंधान संवाद की ओर मोड़ने के लिए मदद करती है। भारत सरकार द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य युवा प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को वैज्ञानिक शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना है। इस लेख में, हम KVPY के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, इसके महत्व को समझेंगे और यह देखेंगे कि यह किशोर वैज्ञानिकों के लिए कैसे एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन कदम है।

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना की शुरुआत

1999 में शुरू की गई, किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY) भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित एक राष्ट्रीय स्तर की फेलोशिप योजना है। इसका उद्देश्य छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। KVPY परीक्षा तीन अलग-अलग धाराओं एसएक्स, एसए और एसबी में आयोजित की जाती है जिसमें गणित, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और भौतिकी के प्रश्न शामिल होते हैं। KVPY परीक्षा आमतौर पर हर साल नवंबर के महीने में प्रतिष्ठित आईआईएससी बैंगलोर द्वारा आयोजित की जाती है।

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के प्रकार

परीक्षा के प्रमुख प्रकार हैं:

  • स्ट्रीम साइंस – इसका उद्देश्य 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है जो विज्ञान क्षेत्र में रुचि रखते हैं।
  • स्ट्रीम बी-इसका लक्ष्य बेसिक साइंस के विषयों में गहरी रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है।
  • स्ट्रीम एक्स)-यह प्रतियोगिता 12वीं कक्षा के बाद वैज्ञानिक अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए है।
  • स्ट्रीम साइंस-यह उन छात्रों के लिए है जो अभियांत्रिकी, वैज्ञानिक, या गणित में अध्ययन कर रहे हैं।

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना मुख्य उद्देश्य

परीक्षा का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है, जिसमें इन्हें शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में अध्ययन करने का अवसर प्राप्त होता है।

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किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के लाभ

  • 1.आर्थिक सहायता: KVPY फेल होने पर भी सफल उम्मीदवारों को विशेष छात्रवृत्ति दी जाती है, जिससे उनकी शिक्षा का बोझ कम होता है।
  • 2.रिसर्च अवसर: KVPY स्कॉलर्स को अपनी पसंदीदा विषय में शोध और अनुसंधान करने का मौका मिलता है, जो उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  • 3.शैक्षिक संवाद: KVPY फेल होने के बावजूद, छात्रों को अपने विषय में गहरी ज्ञान प्राप्त करने का मौका मिलता है और उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में नए संवाद की ओर बढ़ने का अवसर मिलता है।
  • 4.अद्यतनता: KVPY छात्रों को विज्ञान और गणित के क्षेत्र में अद्यतन रहने का अवसर प्राप्त होता है, जिससे वे विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं।

KVPY के आवेदन प्रक्रिया

  • नोटिफिकेशन चेक करें: KVPY परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट्स चेक करें और योग्यता मानदंडों को समझें।
  • ऑनलाइन आवेदन: ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में भाग लें और आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें।
  • परीक्षा दें: आवेदन स्वीकृत होने पर, प्रतियोगी परीक्षा दें।
  • इंटरव्यू: सफल उम्मीदवारों को एक इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, जिसमें उनके वैज्ञानिक अभियांत्रिकी कौशल को मूल्यांकित किया जाता है।
  • स्कॉलर्शिप प्राप्ति: उन छात्रों को चुना जाता है जिन्होंने परीक्षा और इंटरव्यू में सफलता प्राप्त की है, और उन्हें विशेष छात्रवृत्ति प्राप्त होती है।

KVPY  का महत्व

  • युवा वैज्ञानिकों का प्रोत्साहन: KVPY युवा वैज्ञानिकों को उनके वैज्ञानिक स्वप्नों की पूर्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम प्रदान करता है।
  • विशेष छात्रवृत्ति: सफल छात्रों को विशेष छात्रवृत्ति मिलती है, जिससे उनकी शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त होती है।
  • राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा: KVPY स्कॉलर्स को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित संस्थानों में अध्ययन करने का अवसर मिलता है, जिससे वे अपनी करियर को मजबूत बना सकते हैं।
  • वैज्ञानिक अनुसंधान में प्रोत्साहन: KVPY स्कॉलर्स को वैज्ञानिक अनुसंधान करने का मौका मिलता है, जो समृद्धि और नए अनुसंधान क्षेत्रों में योगदान कर सकते हैं।

KVPY 2023 की तारीख

  1. अधिसूचना 12 जुलाई 2023 को जारी
  2. ऑनलाइन आवेदन पत्र की उपलब्धता 12 जुलाई 2023
  3. आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 6 सितंबर 2023
  4. प्रवेश पत्र जारी होने की तिथि 7 अक्टूबर 2023
  5. एप्टीट्यूड टेस्ट की तिथि नवंबर 2023
  6. परिणाम की घोषणा दिसंबर 2023 के तीसरे सप्ताह में
    https://satatchhattisgarh.com/b-tech-food-technology-4-year-course-a-new-opportunity/

आवश्यक योग्यता

क्रमांक सब्जेक्ट आवश्यक योग्यता
1 सब्जेक्ट एसए
  1. शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 11 वीं कक्षा में विज्ञान विषय में नामांकत होना अनिवार्य है ।
  2. 10 वीं कक्षा में गणित और विज्ञान विषयों में 75% न्यूनतम अंक होना अनिवार्य है।
  3.  12 वीं कक्षा में विज्ञान विषयों में 60% का न्यूनतम कुल अंक प्राप्त करने के बाद  स्नातक कोर्स जैसे बीएससी / एससी / बी.मैथ / बी.स्टेट. / इंट. एमएससी / इंट. एमएस. 2023-24 में दाखिल होना चाहिए।

 

2 सब्जेक्ट एसएक्स
  1. शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 11 वीं कक्षा में विज्ञान विषय में नामांकत होना अनिवार्य है ।
  2. 10 वीं कक्षा में गणित और विज्ञान में 75% और 12 वीं कक्षा में गणित और विज्ञान में 60% का न्यूनतम कुल स्कोर प्राप्त करने के बाद भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित में स्नातक डिग्री कार्यक्रम जैसे बीएससी / एससी / बी.मैथ / बी.सैट / इंट. एमएससी / इंट. एमएस. के लिए सत्र 2023-24 में शामिल होने के लिए तैयार रहना चाहिए।
  3.  कैम्ब्रिज इंटरनेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के दूसरे वर्ष में पढ़ने वाले छात्र जो विज्ञान,भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान और गणित में स्नातक कार्यक्रम जैसे बीएससी / एससी / बी.मैथ / बी.सैट / इंट. एमएससी / इंट. एमएस. 2021-22 में शामिल होने की इच्छा रखते हैं, वे भी फेलोशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं बशर्ते कि फेलोशिप लेने से पहले (यदि सम्मानित किया गया है) वे  10 वीं कक्षा में गणित और विज्ञान में 75% और  12 वीं कक्षा में गणित और विज्ञान में 60% का न्यूनतम कुल स्कोर प्राप्त होने चाहिए।

 

3. सब्जेक्ट एसबी
  1. भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और गणित जैसे बीएससी / एससी / बी.मैथ / बी.स्टेट. / इंट. एमएससी / इंट. एमएस. के  शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए स्नातक कार्यक्रम के पहले वर्ष में दाखिला लेना चाहिए।
  2. 12 वीं कक्षा में गणित और विज्ञान में 60% का न्यूनतम कुल स्कोर प्राप्त किये होने चाहिए।
  3. फेलोशिप लेने से पहले प्रथम वर्ष की अंतिम परीक्षा में 60% का न्यूनतम अंक प्राप्त होना चाहिए।

KVPY परीक्षा की तैयारी कैसे करें

  1. पैटर्न और सिलेबस की समझ: पहले, KVPY परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस को समझ लें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि कौन-कौन से विषयों पर केंद्रित होना होगा।
  2. स्थिर अध्ययन योजना तैयार करें: एक स्थिर अध्ययन योजना बनाएं जिसमें आप नियमित रूप से समय दें कि आपको हर विषय को पढ़ने का मौका मिले।
  3. मौक्य विषयों की महत्वपूर्ण पुस्तकें पढ़ें: सिलेबस के हिसाब से महत्वपूर्ण पुस्तकों का अध्ययन करें। आपके विषयों के लिए NCERT पुस्तकें अकेले ही बहुत महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
  4. प्रैक्टिस पेपर्स और मॉक टेस्ट: KVPY की परीक्षा पैटर्न के हिसाब से प्रैक्टिस पेपर्स और मॉक टेस्ट सोल्व करें। यह आपके प्रतिस्पर्धा क्षमता को बढ़ावा देगा और परीक्षा की तैयारी में सुधार करेगा।
  5. स्वस्थ जीवनशैली: सही आहार, पर्यापन, और पर्यापन में समय देने से आपकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखें।
  6. उपयुक्त साधनाएँ: कॉन्सेंट्रेशन के लिए अच्छे सुनवाई और पढ़ाई की साधनाएँ प्राप्त करें।
  7. मेंटरिंग: यदि संभावना हो तो किसी अच्छे शिक्षक या मेंटर की मार्गदर्शन लें, जो आपकी कठिनाइयों को सुलझाने में मदद कर सकते हैं।
  8. समर्पण और संयम: आत्म-नियंत्रण और समर्पण बहुत महत्वपूर्ण हैं। धैर्य रखें और आत्म-संयम बनाए रखें।
  9. पॉजिटिव मानसिकता: आत्म-विश्वास को बढ़ावा देने के लिए पॉजिटिव मानसिकता बनाए रखें।
  10. प्राक्टिकल प्रयोग्यता: विषय के साथ-साथ प्राक्टिकल ज्ञान भी महत्वपूर्ण है, इसलिए किसी प्राक्टिकल विषय के प्रयोगों का अध्ययन करें।https://www.facebook.com/SatatChhattisgarh?mibextid=ZbWKwL

 (KVPY) एक महत्वपूर्ण पहल है

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना युवा वैज्ञानिकों को उनके वैज्ञानिक स्वप्नों की पूर्ति की दिशा में मदद करती है। यह योजना छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययन करने और अनुसंधान करने का एक बड़ा मौका प्रदान करती है और उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है। इसके माध्यम से, भारत के युवा वैज्ञानिकों को उनके ब्रिलियंट विचारों को अग्रसर करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं, जो भविष्य में विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में नई दिशाएं चुकने के लिए तैयार हैं। KVPY एक प्रेरणास्पद कदम है।

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