?ref_src=twsrc%5Etfw">August 28, 2023A chapter on National War Memorial – ‘A Homage to our Brave Soldiers’ – has been included in the NCERT curriculum of Class VII from this year: Ministry of Defence
The objective of this initiative, jointly undertaken by Ministry of Defence and Ministry of Education, is to… pic.twitter.com/9tdgORaCgI
A chapter on National War Memorial - ‘A Homage to our Brave Soldiers’ - has been included in the NCERT curriculum of Class VII from this year: Ministry of Defence
— ANI (@ANI) August 28, 2023
The objective of this initiative, jointly undertaken by Ministry of Defence and Ministry of Education, is to… pic.twitter.com/9tdgORaCgI
इस अध्याय में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के इतिहास, महत्व और सिद्धांत का उल्लेख किया गया है। साथ ही स्वतंत्रता के बाद देश के लिए प्राण न्यौछावर कर देने वाले सशस्त्र सेनाओं के वीर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को भी इसमें शामिल किया गया है। इस अध्याय में 2 मित्रों ने एक दूसरे को पत्र लिखकर स्वतंत्रता के लिए वीर जवानों के बलिदान पर कृतज्ञता की भावना साझा की है।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के जरिए देशभक्ति की भावना को जगाना है मकसद
चेप्टर बच्चों को वार मेमोरियल के बारे में पढ़ाने के पीछे देशभक्ति की भावना को जगाना है। मालूम हो कि 7 क्लास की अंग्रेजी सिलेबस में ‘ए होमेज टू आवर ब्रेव सोल्जर्स’ नामक ‘हनीकॉम्ब’ पुस्तक में लास्ट चेप्टर के रूप में शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में अंकित इन बहादुरों की गाथा पढ़ेंगे
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पाठ में लांस नायक अल्बर्ट एक्का, जो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए थे, मेजर पद्मपाणि आचार्य, जो 1999 के कारगिल युद्ध में लड़े, महावीर चक्र पुरस्कार विजेता कैप्टन अनुज नैय्यर सहित कई बहादुरों के नामों का जिक्र किया गया है
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