बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी न तो 26 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ से हाथ मिलाएगी और न ही बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए से हाथ मिलाएगी। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी इस साल होने वाले सभी विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में अकेले ही मैदान में उतरेगी। उन्होंने दोनों गठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इनमें शामिल ज्यादातर पार्टियां “गरीब विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक, अमीरों की हितैषी और पूंजीवादी नीतियों का समर्थन करने वाली” हैं।
?ref_src=twsrc%5Etfw">August 30, 20231. एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियाँ हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
2007 की तरह अकेले चुनाव लडे़ंगे
मायावती ने मीडिया से अनुरोध करते हुए आगे लिखा, “बीएसपी, विरोधियों के जुगाड़ और जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटेऔर बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर अकेले ही से सन 2007 की तरह आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी।
?ref_src=twsrc%5Etfw">August 30, 20232. बीएसपी, विरोधियों के जुगाड/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनकेे गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी। मीडिया बार-बार भ्रान्तियाँ न फैलाए।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
https://satatchhattisgarh.com/special-camps-for-voters-in-polling-stations-on-2nd-and-3rd-september/
सभी पार्टियां बीएसपी से गठबंधन के लिए आतुर , मायावती
?ref_src=twsrc%5Etfw">August 30, 20233. वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहाँ सभी आतुर, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
बीएसपी प्रमुख ने दावा किया कि दोनों गठबंधन के सभी पार्टियां उनके साथ गठजोड़ करना चाहती हैं, लेकिन वे किसी से हाथ मिलाने वाली नहीं है । उन्होंने X पर लिखा है, “वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर हैं, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्ष द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाया जाता है। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित है और अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसा है। ”