आपकी कुंडली
ज्योतिष शास्त्र में राहु ग्रह को पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है। यही कारण है कि राहु और केतु भी राशियों के स्वामी नहीं हैं। जब राहु आपकी राशि में नीच स्थिति में होता है तो आर्थिक हानि होती है। यदि आपकी कुंडली में ग्रह की स्थिति खराब है तो मस्तिष्क रोग, त्वचा संबंधी रोग, कैंसर, गठिया और हड्डियों से संबंधित रोग, फ्रैक्चर, हृदय रोग आदि होते हैं। साथ ही घर में सीढ़ियां गलत दिशा में बनी होना, दहलीज को दबाना और तोड़ना भी राहु दोष का कारण बनता है। यदि घर में शैतान या शौचालय या रेस्तरां है तो यह भी राहु दोष का संकेत देता है। किसी का बार-बार बीमार पड़ना, कांच के बर्तन टूटना, पत्थर टूटना, घरेलू सामान टूटना आदि खराब चट्टानों के लक्षण हैं।
अशुभ स्थिति
कुंडली में राहु की अशुभ स्थिति को दूर करने के लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और काले तिल चढ़ाएं। स्नान करने के बाद ऊँ रां राहवे नमः मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इस उपाय को करने से भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त होती है।
उपाय
शनिवार के दिन तांबे के लोटे में जल, कुशा और दूर्वा रखें। स्नान करने के बाद इस जल को पीपल के पेड़ की जड़ में चढ़ा दें। ऐसा करने से राहु दोष समाप्त हो जाते हैं। यह उपाय लगातार 7 शनिवार तक करने से विशेष लाभ मिलता है।