Premchand’s story : आई.सी.एस. पास कर के हिन्दोस्तान आया तो मुझे मुमालिक-ए-मुत्तहिदा के एक कोहिस्तानी इलाक़े में एक सब डिवीज़न …
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Premchand’s story : ज़िंदगी का बड़ा हिस्सा तो इसी घर में गुज़र गया, मगर कभी आराम न नसीब हुआ। मेरे …
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Premchand’s story : मुंशी साबिर हुसैन की आमदनी कम थी और ख़र्च ज़्यादा। अपने बच्चे के लिए दाया रखना गवारा …
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Premchand’s story : हल्कू ने आकर स्त्री से कहा—सहना आया है, लाओ, जो रुपए रखे हैं, उसे दे दूँ, किसी तरह …
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Premchand’s story : जुम्मन शेख़ और अलगू चौधरी में बड़ा याराना था। साझे में खेती होती। लेन-देन में भी कुछ …
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Premchand’s story : दुखी चमार दरवाज़े पर झाड़ू लगा रहा था, और उसकी बीवी झरिया घर को लीप रही थी। …
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Premchand’s Story : ज़िंदगी का बड़ा हिस्सा तो इसी घर में गुज़र गया, मगर कभी आराम न नसीब हुआ। मेरे शौहर …
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बेतवा नदी दो ऊंचे करारों के बीच में इस तरह मुँह छुपाए हुए थी जैसे बा’ज़ दिलों में इरादा-ए-कमज़ोर और …
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Premchand’s story : मिस्टर मेहता उन बद-नसीबों में से थे जो अपने आक़ा को ख़ुश नहीं रख सकते। वो दिल से …
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Premchand’s story : अब बड़े-बड़े शहरों में दाइयाँ और नर्सें सभी नज़र आती हैं लेकिन देहातों में अभी तक ज़चा-ख़ाना …
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