पारंपरिक अंदाज में सजा मुख्यमंत्री निवास
#राजधानी_रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित #तीजा_पोरा_तिहार में सपरिवार शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel ने सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुए सभी को #तीजापोरा तिहार की बधाई दी।#TeejaPora #BhupeshBaghel #Chhattisgarh#छत्तीसगढ़_सरकार_भरोसे_की_सरकार pic.twitter.com/sotT4FFPNz
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) September 14, 2023?t=qax6BftL6f4DBaKVxUXlmg&s=19">मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा त्यौहार को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में जो भी अतिथि आते हैं, महिलाओं को लेकर उनकी धारणाएं बदली है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक है और वह सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं। इसलिए जब आप प्रदेश की सारी योजनाएं देखेंगे तो पाएंगे कि इन्हें महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तीजा, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा जयंती, छेरछेरा पुन्नी जैसे विशेष अवसरों को और आनंदित बनाने के लिए शासकीय अवकाश दिया है।
इससे हम अपने त्यौहारों को और खुशहाली और उत्साह के साथ मना पा रहे हैं। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसान न्याय योजना, श्रमिक हितैषी योजनाओं, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगभग 1 लाख 75 हज़ार करोड़ सीधे प्रदेशवासियों के खाते में भेजी गई है।
जिससे प्रदेश का सभी वर्ग समृद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि तीजा के अवसर पर ऐसा मानते है कि जब महिलाएं मायके जाती है तब बारिश होती है। आप देख रहे हैं कि पिछले दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है। यह खुशी की बात है कि पिछले 5 सालों में हमारे प्रदेशवासियों को अकाल-दुकाल का सामना करना नहीं पड़ा है।
हाथों में मेहंदी और पैर में माहुर लगाकर महिलाएं हुईं उत्साहित
मुख्यमंत्री निवास में माताओं-बहनों के हाथों में मेहंदी और पैर में माहुर लगाने की व्यवस्था की गई थी। यह माना जाता है जब बेटी अपने मायके आती है तो वह कुछ इसी तरह साज श्रृंगार कर तीजा के त्यौहार में शामिल होती है। मेहंदी और माहुर लगवाने के लिए महिलाएं उत्साहित दिखीं और उनके चेहरे पर अलग ही मुस्कान खिली नजर आई जिसने माहौल को और खूबसूरत बना दिया।