राहुल गांधी हो सकते हैं लोकसभा में विपक्ष के नेता
Lok Sabh leader of opposition : कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में उन्हें विपक्ष का नेता बनाने की मांग उठी। पार्टी के कई नेताओं ने यह अनुरोध किया। इस पर राहुल ने विचार के लिए समय मांगा। पिछले 10 सालों से लोकसभा में यह पद खाली है।
संसद के सेंट्रल हॉल में सुबह 11 बजे बैठक शुरू हुई। अब शाम 5.30 बजे कांग्रेस संसदीय दल की बैठक होगी। इसमें संसदीय दल के नेता का चुनाव किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा जहां-जहां से गुजरी, वहां-वहां पार्टी की सीटें बढ़ी हैं।’ बैठक में सोनिया, राहुल, प्रियंका गांधी समेत कई बड़े नेता मौजूद थे। बैठक में चुनाव परिणाम की समीक्षा की गई।
2014 से लोकसभा में विपक्ष क्यों नहीं है
पिछले 10 सालों से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद खाली है। 2014 में कांग्रेस को 44 और 2019 में 52 सीटें मिलीं। बीजेपी के बाद सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिलीं। फिर भी विपक्ष का नेता नहीं बन सका।
लोकसभा नेता विपक्ष पद के लिए 10 फीसदी सीटों का होना
लोकसभा विपक्ष के पद के लिए किसी भी पार्टी के पास लोकसभा की कुल सीटों का 10 फीसदी होना चाहिए। यानी इसके लिए कांग्रेस को 54 सांसदों की जरूरत थी।
2014 में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के बावजूद पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने नेता विपक्ष का दर्जा देने से इनकार कर दिया था। पिछली लोकसभा में कांग्रेस का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर था, लेकिन तब भी उसे 54 सीटें नहीं मिलीं। अधीर रंजन चौधरी को कांग्रेस का नेता बनाया गया, लेकिन तब भी कोई नेता विपक्ष नहीं बन सका।