Balodabazar violence : भिलाई नगर के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की जमानत याचिका आज खारिज हो गई है। विधायक देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार में तोड़फोड़ और आगजनी मामले में गिरफ्तार किया गया था। आज उनकी न्यायिक रिमांड खत्म हो रही थी, जिस पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उन्हें 7 दिन और न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया है। बलौदाबाजार पुलिस ने भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था। बलौदाबाजार पुलिस सुबह 5 बजे से ही विधायक के भिलाई स्थित सेक्टर 5 स्थित आवास पर पहुंच गई थी। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में विधायक समर्थक भी पहुंचे थे। जमकर नारेबाजी हुई। विधायक ने सोशल मीडिया पर सरकार पर आरोप लगाते हुए सतनामी समाज के युवाओं की लड़ाई जारी रखने का दावा किया। शाम करीब 7 बजे देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया। देवेंद्र यादव की रिमांड खत्म: विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें अपने साथ बलौदा बाजार ले गई। वहां उन्हें सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने देवेंद्र यादव को 20 अगस्त तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। इसके बाद देवेंद्र यादव को रायपुर सेंट्रल जेल लाया गया। देवेंद्र यादव की रिमांड अवधि आज खत्म हो रही है। क्या है बलौदाबाजार हिंसा और आगजनी
10 जून को बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में सतनामी समाज के लोगों ने रैली निकाली थी। फिर हजारों की भीड़ कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस पहुंच गई। गुस्साई भीड़ ने बलौदाबाजार एसपी ऑफिस और कलेक्ट्रेट में आग लगा दी। 200 से ज्यादा बड़ी-छोटी गाड़ियां जला दी गईं। इस मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के एक बड़े नेता समेत करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया है। रैली के सीसीटीवी फुटेज में देवेंद्र यादव के दिखने के बाद पुलिस और प्रशासन की ओर से तीन बार नोटिस भेजा गया। देवेंद्र यादव का कहना है कि नोटिस के जवाब में वह बलौदाबाजार पुलिस के सामने पेश हुए।