Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है, हालांकि उससे पहले ही चुनाव में धनबल के इस्तेमाल की कोशिशें शुरू हो गई हैं. 1 मार्च से 13 अप्रैल के बीच चुनाव आयोग ने 4,650 करोड़ रुपये की नकदी और सामग्री जब्त की है, जो देश में अवैध रूप से एक जगह से दूसरी जगह लाई जा रही थी या भंडारण में रखी जा रही थी.
यानी हर दिन करीब 100 करोड़ रुपये की जब्ती. इनमें अकेले 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की दवाएं शामिल हैं।
489 करोड़ रुपये की शराब और ये चीजें जब्त की गईं
इसके अलावा 400 करोड़ रुपये की नकदी, 489 करोड़ रुपये की शराब, 562 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के आभूषण और 1,142 करोड़ रुपये के उपहार भी जब्त किए गए हैं। लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है.
चुनाव के दौरान नकदी, शराब, नशीली दवाओं और उपहारों के जरिए मतदाताओं को लुभाने की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए आयोग पहले से ही इन चीजों के अवैध परिवहन और जमाखोरी पर नजर रखता है। इसके लिए आयकर, ईडी, उत्पाद शुल्क विभाग, सीआईएसएफ, नागरिक उड्डयन, राज्य पुलिस, परिवहन, सीमा शुल्क, वन विभाग और बीएसएफ और अन्य सशस्त्र बलों की टीमों को तैनात किया गया है।
ज्यादातर दवाएं राज्यों में जब्त की गईं
अधिकांश राज्यों में जब्त की गई सामग्रियों में अधिकांश मात्रा नशीली दवाओं की है। इस बीच आयोग ने राज्यों और जांच एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया है. यह भी कहा गया है कि वोटिंग से पहले ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें. इस दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने की घटनाएं अधिक होती हैं.
2019 चुनाव से पहले कितनी सामग्री जब्त की गई?
आयोग के मुताबिक, 2019 के चुनाव से पहले भी 3,475 करोड़ रुपये की सामग्री जब्त की गई थी, जो इस बार से ज्यादा है. लोकसभा चुनाव की घोषणा करते समय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जिन 4-एम चुनौतियों का जिक्र किया उनमें धनबल से निपटने की चुनौती भी थी. आयोग ने इस बात पर जोर दिया कि निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनाव में इसका इस्तेमाल बंद किया जाना चाहिए.
आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन राज्यों में सबसे ज्यादा बरामदगी हुई है, उनमें राजस्थान पहले नंबर पर है, जहां से 1 मार्च से 13 अप्रैल के बीच 778 करोड़ रुपये की सामग्री और नकदी जब्त की गई है. इनमें 533 करोड़ रुपये से ज्यादा के उपहार भी शामिल हैं. . ऐसी बरामदगी गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, दिल्ली, बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी की गई है।
राज्य बार नकदी और अन्य सामान जब्त किया गया
तमिलनाडु | 460 |
राजस्थान | 778 |
महाराष्ट्र | 431 |
पंजाब | 311 |
दिल्ली | 236 |
गुजरात | 605 |
कर्नाटक | 281 |
पश्चिम बंगाल | 219 |
बिहार | 155 |
उत्तर प्रदेश | 145 |