...

सतत् छत्तीसगढ़

Home National दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ

by satat chhattisgarh
2 comments
चित्र: Awdhesh Bajpai

चलो दिया जलाएं दीपावली मनाएं

दीपावली हिंदुओं और हिंदुस्तान का सबसे बड़ा त्यौहार है। दीपावली के संबंध में पूर्व में दो महान शायरों के वक्तव्य है आप तक पहुंचा रहे है।

नज़ीर अकबराबादी के शब्दों में

हर एक मौकों में जला फिर दिया दीवाली का।
हर एक तरफ को उजाला हुआ दीवाली का ।
सभी के दिल में समां भा गया दीवाली का ।
किसी के दिल में मजा खुश लगा दीवाली का।
अजब बहार का है दिन बना दीवाली का ।

हर तरफ धुआं है – ‘धूमिल’की कविता

फ़िराक गोरखपुरी के शब्दों में

लाखों नयन-दीप जलते हैं, तेरे मनाने को इस रात
ऐ किस्मत की रूठी रानी, दीवाली के दीप जले।

ख़ुशहाली है शर्ते जिंदगी, फिर क्यों दुनिया कहती है
धन-दौलत है आनी-जानी, दीवाली के दीप जले।

बरस-बरस के दिन भी कोई, अशुभ बात करता है सखी
आंखों ने मेरी एक न मानी, दीवाली के दीप जले।

छेड़ के साजे निशाते चिरागां आज फ़िराक सुनाता है
गम की कथा ख़ुशी की जबानी, दीवाली के दीप जले।

ममता इंगले

खुशियों की हुई आबादी,
अंधियार अब उजड़ते हैं,
देखो ये दीप जलते हैं ।
हर घर का है आंगन महका,
चेहरों से उल्लास टपकते है,
देखो ये दीप जलते हैं ।
मिठाईयों की खुशबू सौधी
पटाखे देख बच्चे मचलते है
देखो ये दीप जलते हैं ।
ऊँचे भवनों मे खुशी करते,
झोपड़ी में भी हँसी भरते हैं,
देखो ये दीप जलते हैं ।
कुछ करते अपव्यय धन का,
कुछ अभाव से मुँह तकते हैं,
देखो ये दीप जलते हैं ।
लेकर आयें पर्व खुशी, समता,
हम यही प्रार्थना करतें हैं,
देखो ये दीप जलते हैं ।

 

 

featured image Awdhesh Bajpai

You may also like

managed by Nagendra dubey
Chief editor  Nagendra dubey

Subscribe

Subscribe our newsletter for latest news, service & promo. Let's stay updated!

Copyright © satatchhattisgarh.com by RSDP Technologies 

Translate »
Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00
Verified by MonsterInsights