Lok Sanvardhan Parv : 100 दिन कार्यक्रम के उपलक्ष्य में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय अपनी योजनाओं,कार्यक्रमों और उपलब्धियों का प्रचार प्रसार करने और सहयोगी संगठनों के साथ अभिसारिता से चलाई जा रही गतिविधियों तथा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सफलता की गाथाओं को प्रदर्शित करने के लिए लोक संवर्धन पर्व का आयोजन कर रहा है।
1 हजार करोड़ से अधिक की ऋण सुविधा
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य और संसदीय कार्य मंत्री श्री किरेन रीजिजू ने को लोक संवर्धन पर्व का उद्घाटन किया। श्री रीजिजू ने अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की योजनाओं और उपलब्धियों पर एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। श्री किरेन रीजिजू ने इस अवसर पर वर्ष 2024-25 के लिए 2.5 लाख से अधिक लाभार्थियों को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम(एनएमडीएफसी) द्वारा 1 हजार करोड़ से अधिक की ऋण सुविधा देने संबंधी योजना भी जारी की।
उद्घाटन समारोह के दौरान एनएमडीएफसी की विभिन्न योजनाओं के इंडियन बैंक,यूनियन बैंक आफ इंडिया और पंजाब ग्रामीण बैंक द्वारा कार्यान्वयन के लिए एमएमडीएफसी और इन बैंकों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।
सफलता की गाथाओं को भी प्रदर्शित करता है
इसके साथ ही राजस्थान,हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के कौशल विकास मिशनों और एनएमडीएफसी की चैनलाईजिंग एंजेसियों राजस्थान अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास कापरेटिव कार्पोरेशन(आरएमएफडीसीसी),हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास र्पोरेशन(एचपीएमडीएफसी) और मौलाना आजाद अल्पसंख्यक आर्थिक विकास महामंडल( एमएएएवीएम),मुंबई के मध्य भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
“लोक संवर्धन पर्व” अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की योजनाओं और उपलब्धियों को पोस्टर प्रदर्शनी द्वारा प्रदर्शित कर रहा है। इसके साथ “लोक संवर्धन पर्व” में एनएमडीएफसी की राज्य सहयोगी संगठनों की अनुपम योजनाओं और सफलता की गाथाओं को भी प्रदर्शित किया गया है।
विभिन्न पहलुओं पर कार्यशाला का आयोजन
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के प्रमुख ज्ञान सहयोगी- राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान(एनआईएफटी),राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान(एनआईडी) भी कार्यक्रम में भागीदारी कर रहे हैं और मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत उनके द्वारा समर्थित कारीगरों को प्रदर्शित कर रहे हैं। मंत्रालय प्रतिदिन हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) द्वारा निर्यात विपणन के विभिन्न पहलुओं पर कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र बाल निधि(यूनिसेफ) युवा,विभिन्न शिल्पकारों का प्रदर्शन युवाओं और अपने सहयोगी सगंठनों के सहयोग से कर रहा है। इसके अतिरिक्त युवा यूनिसेफ यूथ हब,पासपोर्ट टू अर्निंग आदि जैसे मंचों का प्रदर्शन भी कर रहा है जिससे युवाओं के लिए सामाजिक आर्थिक परिवर्तन को समर्थ तथा युवाओं के लिए बदलाव के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ कार्यक्रम में मंत्रालय के साथ को-ब्रांडेंड फोटो बूथ में भी भागीदारी कर रहा है। शिल्पकारों को विपणन संपर्क प्रदान करने के लिए विपणन संगठनों जैसे सरकारी ई मार्केटप्लेस (जीईएम) और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) को भी निमंत्रण दिया गया है। इसके साथ ही एनएमडीएफसी के ज्ञान सहयोगी जैसे अम्बेडकर यूनिवर्सिटी,दिल्ली भी “लोक संवर्धन पर्व” में भागीदारी कर रही है।
सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
मंत्रालय द्वारा इसके साथ ही सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी कर रहा है,जिसमें सभी अल्पसंख्यक समुदाय जैसे सिंघी चम(शेर नृत्य) मणिपुरी नृत्य,भागंडा,लंगा एवं मंगानायर,मंडो,सिद्धी गोमा,कारागट्टम,फग नृत्य और केरल के लोक नृत्य द्वारा समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया जा रहा है। युवाओं और बच्चों को आर्कषित करने के लिए मंत्रालय विभिन्न शिल्पो को “ आओ करके सीखें”प्रदर्शन का आयोजन भी कर रहा है।
162 शिल्पकारों द्वारा 70 से अधिक उत्कृष्ट हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन
लोक संवर्धन पर्व, विभिन्न राज्यों के अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित 162 शिल्पकारों द्वारा 70 से अधिक उत्कृष्ट हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन और इसका उत्सव मना रहा है। इन भागीदारो में मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं द्वारा निफ्ट,एनआईडी और अन्य परियोजनाओं क्रियान्वयन एजेंसियो(पीआईए) द्वारा प्रोत्साहित शिल्पकार भी सम्मिलित हैं। इसके साथ ही शिल्पकारों को एनएमडीएफसी की संबंधित राज्य चैनलाइंजिग एजेंसियों द्वारा भी मनोनीत किया गया था।
लोक संवर्धन पर्व मंत्रालय के समावेशी विकास कार्यक्रम का प्रमाण एक है, जिससे सहयोगी संगठनों के साथ अभिसारिता द्वारा सभी अल्पसंख्यक समुदायों से बड़ी संख्या में लोगो को लाभ प्राप्त हुआ है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय “सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास” के मंत्र को परिपूर्ण करने के लिए प्रयासरत है।