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महाप्रभु वल्लभाचार्य आश्रम पहुंचने

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह

by satat chhattisgarh
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Vallabhacharya Ashram

महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के मुख्य प्राकट्य बैठक स्थल और चम्पेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना की

केद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह आज छत्तीसगढ़ के पवित्र धाम चंपारण पहुंचे। यहां उन्होंने महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के मुख्य प्राकट्य बैठक स्थल और चम्पेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की और देशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल भी उनके साथ थे।

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चंपारण में महाप्रभु वल्लभाचार्य आश्रम पहुंचने पर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का परम्परागत् ढंग से स्वागत किया गया। इस मौके पर श्री द्वारिकेश्वर लाल जी महाराज द्वारा उन्हें महाप्रभु वल्लभाचार्य जी की प्रतिमा भेंट की गई। वल्लभाचार्य निधि ट्रस्ट की ओर से भी उनका स्वागत किया गया तथा श्री हरीश बाबरिया और मोनल बाबरिया द्वारा उन्हें श्रीनाथ जी का चित्र भेंट किया गया।
छत्तीसगढ़ में महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के जन्मस्थली चंपारण में देशभर से पुष्टिमार्ग के अनुयायी जुटते हैं। बनारस-दक्षिण प्रवास के दौरान वल्लभाचार्य जी की माता को प्रसव पीड़ा हुई और चंपारण में चम्पेश्वर महादेव मंदिर के निकट उन्होंने बालक को जन्म दिया। वल्लभाचार्य जी ने पुष्टि मार्ग का प्रवर्तन किया और देशभर में कृष्ण भक्ति की अलख जगाई।

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भारत में हमेशा से उत्तर से दक्षिण भारत की ओर तथा दक्षिण भारत से उत्तर की ओर तीर्थ यात्रा की परंपरा रही है और यह तीर्थ यात्रा महानदी के बहुत से तीर्थ स्थलों के निकट से गुजरती है। चंपारण की कहानी अपने आप में भारत की विशिष्ट सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाती है। उसके साथ ही यह महाप्रभु वल्लभाचार्य एवं भक्ति आंदोलन के आचार्यों की सुंदर परंपरा को भी दर्शाती है जिन्होंने सनातन परंपरा के मूल्यों को संजोया और कृष्ण भक्ति की अलख जगाई।

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चौरासी वैष्णवों की वार्ता तथा वल्लभ दिग्विजय जैसे ग्रंथों में महाप्रभु के बचपन और उनकी सुंदर स्मृतियां दर्ज हैं। चंपारण, त्रिवेणी संगम राजिम के निकट है राजिम में भगवान श्री राजीव लोचन विराजित हैं। यह पदम क्षेत्र कहा जाता है। इस पद्म क्षेत्र के चारों ओर पंचकोसी परिक्रमा होती है। इस पंचकोसी परिक्रमा में श्रद्धालु हिस्सा लेते हुए चम्पेश्वर महादेव में जल अर्पित करते हैं।

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